वैष्णव भजन  »  गौराङ्ग करुणा करो
 
 
శ్రీల నరోత్తమదాస ఠాకుర       
भाषा: हिन्दी | English | தமிழ் | ಕನ್ನಡ | മലയാളം | తెలుగు | ગુજરાતી | বাংলা | ଓଡ଼ିଆ | ਗੁਰਮੁਖੀ |
 
 
గోరాఙ్గ కరుణా కరో, దీన హీన జనే।
మో-సమ పతిత ప్రభు, నాహి త్రిభువనే॥1॥
 
 
దన్తే తృణ ధరీ’ గౌర, డాకి హే తోమార।
కృపా కరీ’ ఏసో ఆమార, హృదయ మందిరే॥2॥
 
 
జది దయా నా కరిబే, పతిత దేఖియా।
పతిత పావన నామ, కిసేర లాగియా॥3॥
 
 
పడేచి భవ తుఫానే, నాహిక నిస్తార।
శ్రీచరణ తరణీ దానే, దాసే కర పార॥4॥
 
 
శ్రీకృష్ణ చైతన్య ప్రభు, దాసేర అనుదాస।
ప్రార్థనా కరయే సదా, నరోత్తమ దాస॥5॥
 
 
 
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥ हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
 
 
 
  Connect Form
  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
  © copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.