श्री रामचरितमानस  »  काण्ड 6: युद्ध काण्ड  »  चौपाई 108.6
 
 
काण्ड 6 - चौपाई 108.6 
कह रघुबीर कहा मम मानहु। सीतहि सखा पयादें आनहु॥
देखहुँ कपि जननी की नाईं। बिहसि कहा रघुनाथ गोसाईं॥6॥
 
अनुवाद
 
 श्री रघुवीर बोले- हे सखा! मेरी बात मानकर सीता को पैदल ले आओ, जिससे वानर उन्हें माता के रूप में देखें। गोसाईं श्री रामजी ने मुस्कुराते हुए ऐसा कहा।
 
Shri Raghuveer said- O friend! Listen to me and bring Sita on foot, so that the monkeys see her as a mother. Gosain Shri Ramji said this smilingly.
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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