श्री रामचरितमानस  »  काण्ड 3: अरण्य काण्ड  »  चौपाई 17.9
 
 
काण्ड 3 - चौपाई 17.9 
पुनि फिरि राम निकट सो आई। प्रभु लछिमन पहिं बहुरि पठाई॥
लछिमन कहा तोहि सो बरई। जो तृन तोरि लाज परिहरई॥9॥
 
अनुवाद
 
 वह श्री रामजी के पास लौट आई, प्रभु ने उसे लक्ष्मणजी के पास वापस भेज दिया। लक्ष्मणजी ने कहा- तुमसे वही विवाह करेगा जो अपनी लज्जा को घास की तरह त्याग देगा (अर्थात प्रतिज्ञा करके) (अर्थात जो बिल्कुल निर्लज्ज होगा)।
 
She came back to Shri Ramji, the Lord sent her back to Lakshmanji. Lakshmanji said- Only he will marry you who will sacrifice his modesty like grass (i.e. by taking a vow) (i.e. who will be absolutely shameless).
 ✨ ai-generated
 
 
  Connect Form
  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
  © copyright 2025 vedamrit. All Rights Reserved.