योऽसमञ्जस इत्युक्त: स केशिन्या नृपात्मज: ।
तस्य पुत्रोशुमान् नाम पितामहहिते रत: ॥ १४ ॥
अनुवाद
महाराज सगर के पुत्रों में से एक असमंजस था, जिसका जन्म राजा की दूसरी पत्नी केशिनी के गर्भ से हुआ था। असमंजस का पुत्र अंशुमान था और वह सदैव अपने बाबा सगर महाराज के कल्याण-कार्य में लगा रहता था।