शिवजी ने कहा : हे पुत्र, मैं, ब्रह्माजी और अन्य देवी-देवता, जो इस ब्रह्मांड में अपनी महानता के भ्रम में चक्कर लगाते रहते हैं, भगवान् से होड़ करने की शक्ति नहीं रखते क्योंकि भगवान् के निर्देश मात्र से असंख्य ब्रह्मांड और उनके निवासी उत्पन्न होते हैं और नष्ट हो जाते हैं।