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श्लोक 41
श्लोक
9.22.41
तस्माच्च वृष्टिमांस्तस्य सुषेणोऽथ महीपति: ।
सुनीथस्तस्य भविता नृचक्षुर्यत् सुखीनल: ॥ ४१ ॥
अनुवाद
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शुचिरथ का पुत्र वृष्टिमान होगा और उसका पुत्र सुषेण नाम का पूरे विश्व पर राज करने वाला राजा होगा। सुषेण का पुत्र सुनीथ होगा, उसका पुत्र नृचक्षु होगा और नृचक्षु का पुत्र सुखीनल होगा।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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