विश्वामित्र ने कुछ पुत्रों को शाप दिया और कुछ को आशीर्वाद दिया, और एक पुत्र को गोद भी लिया। इस प्रकार कौशिक वंश में विविधताएँ थीं, परंतु इन सभी पुत्रों में देवरात को सबसे बड़ा माना जाता था।
इस प्रकार श्रीमद् भागवतम के स्कन्ध नौ के अंतर्गत सोलहवाँ अध्याय समाप्त होता है ।