जामदग्न्योऽपि भगवान् राम: कमललोचन: ।
आगामिन्यन्तरे राजन् वर्तयिष्यति वै बृहत् ॥ २५ ॥
अनुवाद
हे परीक्षित, अगले मन्वंतर में जमदग्नि ऋषि के पुत्र कमलनेत्र भगवान परशुराम वैदिक ज्ञान के महान संस्थापक होंगे। दूसरे शब्दों में, वो सप्तर्षियों में से एक होंगे।