हविर्धानीमृषेर्दर्पान्नरान् हर्तुमचोदयत् ।
ते च माहिष्मतीं निन्यु: सवत्सां क्रन्दतीं बलात् ॥ २६ ॥
अनुवाद
भौतिक शक्तियों के घमंड में कार्तवीर्यार्जुन ने अपने आदमियों को जमदग्नि की कामधेनु चुराने के लिए कहा। इसलिए, वे लोग रोती-बिलखती कामधेनु और उसके बछड़े को जबरदस्ती ले गए और उसे कार्तवीर्यार्जुन की राजधानी माहिष्मती में ले आए।