स तु सत्यव्रतो राजा ज्ञानविज्ञानसंयुत: ।
विष्णो: प्रसादात् कल्पेऽस्मिन्नासीद् वैवस्वतो मनु: ॥ ५८ ॥
अनुवाद
भगवान विष्णु की दया से राजा सत्यव्रत को वेदों का संपूर्ण ज्ञान प्राप्त हो गया और अब इस काल में उन्होंने सूर्यदेव के पुत्र वैवस्वत मनु के रूप में जन्म लिया है।