वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् भागवतम
»
स्कन्ध 8: ब्रह्माण्डीय सृष्टि का निवर्तन
»
अध्याय 24: भगवान् का मत्स्यावतार
»
श्लोक 32
श्लोक
8.24.32
श्रीभगवानुवाच
सप्तमे ह्यद्यतनादूर्ध्वमहन्येतदरिंदम ।
निमङ्क्ष्यत्यप्ययाम्भोधौ त्रैलोक्यं भूर्भुवादिकम् ॥ ३२ ॥
अनुवाद
play_arrowpause
भगवान ने कहा: हे शत्रुओं को दमन करने वाले राजा! आज से सातवें दिन भूलोक, भुव लोक और स्वर्गलोक - ये तीनों लोक बाढ़ के पानी में डूब जाएँगे।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.