श्रीमद् भागवतम  »  स्कन्ध 8: ब्रह्माण्डीय सृष्टि का निवर्तन  »  अध्याय 23: देवताओं को स्वर्गलोक की पुनर्प्राप्ति  »  श्लोक 17
 
 
श्लोक  8.23.17 
 
 
तथापि वदतो भूमन् करिष्याम्यनुशासनम् ।
एतच्छ्रेय: परं पुंसां यत् तवाज्ञानुपालनम् ॥ १७ ॥
 
अनुवाद
 
  हे विष्णु भगवान! तो भी मैं आपके आज्ञापालन अनुसार कार्य करूँगा क्योंकि आपके आदेश का पालन करना परम शुभ एवं हर एक का सर्वोच्च कर्तव्य है।
 
 
 
  Connect Form
  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
  © copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.