वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् भागवतम
»
स्कन्ध 8: ब्रह्माण्डीय सृष्टि का निवर्तन
»
अध्याय 21: भगवान् द्वारा बलि महाराज को बन्दी बनाया जाना
»
श्लोक 24
श्लोक
8.21.24
एतान् वयं विजेष्यामो यदि दैवं प्रसीदति ।
तस्मात् कालं प्रतीक्षध्वं यो नोऽर्थत्वाय कल्पते ॥ २४ ॥
अनुवाद
play_arrowpause
जब तक किस्मत हमारी नहीं साथ देगी, तब तक हम जीत हासिल नहीं कर पायेंगे। इसलिए हमें उस अनुकूल समय का इंतज़ार करना पड़ेगा जब हम उन्हें हरा सकेंगे।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.