वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् भागवतम
»
स्कन्ध 8: ब्रह्माण्डीय सृष्टि का निवर्तन
»
अध्याय 2: गजेन्द्र का संकट
»
श्लोक 29
श्लोक
8.2.29
नियुध्यतोरेवमिभेन्द्रनक्रयो-
र्विकर्षतोरन्तरतो बहिर्मिथ: ।
समा: सहस्रं व्यगमन् महीपते
सप्राणयोश्चित्रममंसतामरा: ॥ २९ ॥
अनुवाद
play_arrowpause
हे राजा! हाथी और घड़ियाल इस प्रकार युद्ध करते रहे, एक-दूसरे को पानी से बाहर खींचते और फिर पानी में डालते हुए, एक हज़ार साल तक। इस लड़ाई को देखकर देवता भी अचंभित हो गए।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.