उस समय सभी दिशाओं में, नदियों और समुद्रों जैसे जल स्रोतों में, और हर किसी के दिल में खुशियाँ छा गईं। विभिन्न ऋतुओं ने अपने-अपने गुण दिखाए, और ऊपरी ग्रह प्रणाली में, बाहरी अंतरिक्ष में और पृथ्वी की सतह पर रहने वाले सभी जीव खुशियों से झूम उठे। देवता, गाय, ब्राह्मण और पहाड़ और पर्वत सभी खुशी से भर गए।