ददौ कृष्णाजिनं भूमिर्दण्डं सोमो वनस्पति: ।
कौपीनाच्छादनं माता द्यौश्छत्रं जगत: पते: ॥ १५ ॥
अनुवाद
माता धरती ने उन्हें एक मृगचर्म दिया, और चाँद के देवता, जो जंगल के राजा हैं, ने उन्हें एक ब्रह्मदंड (एक ब्रह्मचारी की छड़ी) दिया। उनकी माता अदिति ने उन्हें अंडरवियर के लिए कपड़ा दिया, और स्वर्गलोक के अधिनायक देवता ने उन्हें एक छत्र प्रदान किया।