वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् भागवतम
»
स्कन्ध 8: ब्रह्माण्डीय सृष्टि का निवर्तन
»
अध्याय 16: पयोव्रत पूजा विधि का पालन करना
»
श्लोक 40
श्लोक
8.16.40
शृतं पयसि नैवेद्यं शाल्यन्नं विभवे सति ।
ससर्पि: सगुडं दत्त्वा जुहुयान्मूलविद्यया ॥ ४० ॥
अनुवाद
play_arrowpause
यदि सामर्थ्य हो तो भक्त को अर्चाविग्रह में घी व गुड़ के साथ दूध में पकाया हुआ चावल अर्पित करना चाहिए। उसी मूल मंत्र का उच्चारण करते हुए इस सामग्री को अग्नि में डालना चाहिए।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.