सिंह की गर्जना करते हुए क्रोध में आकर राक्षस नमुचि ने इस्पात की भाला उठाया हुआ था जिसमें घण्टियाँ बंधी हुई थीं और सोने के आभूषणों से सजी हुई थी। वह ऊँची आवाज़ में बोला “अब तू मर गया।” इस प्रकार इन्द्र के समक्ष जाकर उसे मारने के लिए नमुचि ने अपना हथियार चला दिया।