वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् भागवतम
»
स्कन्ध 8: ब्रह्माण्डीय सृष्टि का निवर्तन
»
अध्याय 10: देवताओं तथा असुरों के बीच युद्ध
»
श्लोक 43
श्लोक
8.10.43
तस्य कर्मोत्तमं वीक्ष्य दुर्मर्ष: शक्तिमाददे ।
तां ज्वलन्तीं महोल्काभां हस्तस्थामच्छिनद्धरि: ॥ ४३ ॥
अनुवाद
play_arrowpause
जब बलि महाराज ने इंद्र के युद्ध कौशल को देखा तो वे क्रोध से भर गए। फिर उन्होंने शक्ति नामक दूसरा हथियार उठाया जो अग्निपुंज की तरह जल रहा था। लेकिन इंद्र ने बलि के हाथ से शक्ति छूटने से पहले ही उसे काट दिया।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.