वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् भागवतम
»
स्कन्ध 8: ब्रह्माण्डीय सृष्टि का निवर्तन
»
अध्याय 1: ब्रह्माण्ड के प्रशासक मनु
»
श्लोक 28
श्लोक
8.1.28
सत्यका हरयो वीरा देवास्त्रिशिख ईश्वर: ।
ज्योतिर्धामादय: सप्त ऋषयस्तामसेऽन्तरे ॥ २८ ॥
अनुवाद
play_arrowpause
तामस मनु के शासनकाल में सत्यकगण, हरिगण और वीरगण देवताओं में से थे। स्वर्गलोक के राजा इन्द्र त्रिशिख थे। सप्तर्षि-धाम के ऋषियों में ज्योतिर्धाम प्रमुख थे।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.