श्रीमद् भागवतम  »  स्कन्ध 8: ब्रह्माण्डीय सृष्टि का निवर्तन  »  अध्याय 1: ब्रह्माण्ड के प्रशासक मनु  »  श्लोक 28
 
 
श्लोक  8.1.28 
 
 
सत्यका हरयो वीरा देवास्त्रिशिख ईश्वर: ।
ज्योतिर्धामादय: सप्त ऋषयस्तामसेऽन्तरे ॥ २८ ॥
 
अनुवाद
 
  तामस मनु के शासनकाल में सत्यकगण, हरिगण और वीरगण देवताओं में से थे। स्वर्गलोक के राजा इन्द्र त्रिशिख थे। सप्तर्षि-धाम के ऋषियों में ज्योतिर्धाम प्रमुख थे।
 
 
 
  Connect Form
  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
  © copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.