नृसिंह देव के सिर के बाल हिलने से बादलों की दिशा बदल गई और वे इधर-उधर बिखर गए। उनकी आँखों से जलती हुई आग निकल रही थी, जिससे आकाश में चंद्रमा और सितारों की चमक फीकी पड़ गई। उनकी सांसें इतनी तेज थीं कि समुद्र अशांत हो उठा। उनकी गर्जना सुनकर दुनिया के सारे हाथी डर के मारे चिल्लाने लगे।