भो भो दानवदैतेया द्विमूर्धंस्त्र्यक्ष शम्बर ।
शतबाहो हयग्रीव नमुचे पाक इल्वल ॥ ४ ॥
विप्रचित्ते मम वच: पुलोमन् शकुनादय: ।
शृणुतानन्तरं सर्वे क्रियतामाशु मा चिरम् ॥ ५ ॥
अनुवाद
अरे दानव और दैत्यों, अरे द्विमूर्ध, त्र्यक्ष, शम्बर और शतबाहु, अरे हयग्रीव, नमुचि, पाक और इल्वल, अरे विप्रचित्ति, पुलोमन, शकुन और अन्य असुरों, तुम सब जरा मेरी बात को ध्यान से सुनो और फिर बिना देरी करे मेरे कहे अनुसार कार्य करो।