हे राजन, पूर्वकाल में जब महाराज युधिष्ठिर राजसूय यज्ञ कर रहे थे, तब महर्षि नारद ने उनके द्वारा पूछे जाने पर ऐतिहासिक तथ्य सुनाए थे। इन तथ्यों से यह पता चलता है कि भगवान असुरों का वध करते समय भी निष्पक्ष रहते हैं। इस संबंध में महर्षि नारद ने एक जीवंत उदाहरण प्रस्तुत किया था।