भारतवर्ष की नदियों में से दो नदियाँ—ब्रह्मपुत्र और शोण—मुख्य नदियाँ कहलाती हैं। अन्य प्रमुख बड़ी नदियाँ इस प्रकार हैं—चंद्रवसा, ताम्रपर्णी, अवटोदा, कृतमाला, वैहायसी, कावेरी, वेणी, पयस्विनी, शर्करावर्ता, तुंगभद्रा, कृष्णावेण्या, भीमरथी, गोदावरी, निर्विंध्या, पयोष्णी, तापी, रेवा, सुरसा, नर्मदा, चर्मणवती, महानदी, वेदस्मृति, ऋषिकुल्या, त्रिसामा, कौशिकी, मन्दाकिनी, यमुना, सरस्वती, दृषद्वती, गोमती, सरयू, रोधस्वती, सप्तवती, सुषोमा, शतद्रू, चंद्रभागा, मरुद्वृधा, वितस्ता, असिक्नी और विश्वा। भारतवर्ष के निवासी इन नदियों का स्मरण करके पवित्र रहते हैं। कई बार वे इन नदियों के नाम मंत्र की तरह जपते हैं और कई बार जाकर इन्हें छूते हैं और इनमें स्नान भी करते हैं। इस तरह भारतवर्ष के लोग पवित्र बने रहते हैं।