श्रीमद् भागवतम  »  स्कन्ध 2: ब्रह्माण्ड की अभिव्यक्ति  »  अध्याय 9: श्रीभगवान् के वचन का उद्धरण देते हुए प्रश्नों के उत्तर  »  श्लोक 44
 
 
श्लोक  2.9.44 
 
 
तस्मा इदं भागवतं पुराणं दशलक्षणम् ।
प्रोक्तं भगवता प्राह प्रीत: पुत्राय भूतकृत् ॥ ४४ ॥
 
अनुवाद
 
  तब पिता (ब्रह्मा) ने अपने पुत्र नारद को श्रीमद्भागवत नामक उपवेद पुराण सुनाया। श्रीमद्भागवत की कथा भगवान ने स्वयं ब्रह्मा को बतायी थी और यह दस विशेषताओं से युक्त है।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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