हे प्रभु, हे बद्धजीव के परम मित्र, यद्यपि इस जगत की उत्पत्ति, पालन और संहार के लिए तुम सतो, रजो और तमोगुणों को जो तुम्हारी इलूजरी पावर हैं, स्वीकार करते हो। किन्तु बद्धजीवों को मुक्त करने के लिए तुम विशेष रूप से सतो गुण का प्रयोग करते हो। अन्य दो गुण उनके लिए पीड़ा, मोह और भय लाने वाले हैं।