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श्रीमद् भागवतम
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स्कन्ध 12: पतनोन्मुख युग
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अध्याय 2: कलियुग के लक्षण
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श्लोक 2
श्लोक
12.2.2
वित्तमेव कलौ नृणां जन्माचारगुणोदय: ।
धर्मन्यायव्यवस्थायां कारणं बलमेव हि ॥ २ ॥
अनुवाद
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कलियुग में केवल धन-संपत्ति ही किसी व्यक्ति के अच्छे जन्म, सही आचरण और अच्छे गुणों का प्रतीक माना जाएगा। जबकि कानून और न्याय केवल शक्ति के आधार पर लागू किए जाएँगे।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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