प्राण और ब्रह्माण्ड-सृजन के अन्य तत्त्व जो शक्तियाँ दिखाते हैं, वो भगवान् की निजी शक्तियाँ हैं, क्योंकि प्राण और पदार्थ दोनों ही भगवान् के अधीन और उनके आश्रित हैं और एक-दूसरे से अलग भी हैं। इसलिए इस भौतिक जगत की हर सक्रिय वस्तु भगवान् द्वारा गतिशील बनाई जाती है।