ऋषिरुवाच
एवं सञ्चोदितौ मात्रा राम: कृष्णश्च भारत ।
सुतलं संविविशतुर्योगमायामुपाश्रितौ ॥ ३४ ॥
अनुवाद
श्री शुकदेव जी ने कहा : हे भारत, माता यशोदा द्वारा इस प्रकार विनती किये जाने पर भगवान श्रीकृष्ण और बलराम जी अपनी योगमाया शक्ति द्वारा सुतल लोक में प्रवेश कर गए।