श्रीदेवक्युवाच
राम रामाप्रमेयात्मन् कृष्ण योगेश्वरेश्वर ।
वेदाहं वां विश्वसृजामीश्वरावादिपूरुषौ ॥ २९ ॥
अनुवाद
श्री देवकी ने कहा : हे राम, हे राम, हे अपरंपार परमात्मा, हे कृष्ण, हे सभी योगियों में सर्वश्रेष्ठ, मैं जानती हूँ कि तुम दोनों संपूर्ण ब्रह्मांड के निर्माताओं के परम शासक हो, जो आदि भगवान हैं।