श्रीमद् भागवतम  »  स्कन्ध 10: परम पुरुषार्थ  »  अध्याय 69: नारद मुनि द्वारा द्वारका में भगवान्  »  श्लोक 33
 
 
श्लोक  10.69.33 
 
 
प्रस्थापनोपनयनैरपत्यानां महोत्सवान् ।
वीक्ष्य योगेश्वरेशस्य येषां लोका विसिस्मिरे ॥ ३३ ॥
 
अनुवाद
 
  नारद ने देखा कि कैसे योगेश्वरों के स्वामी श्रीकृष्ण ने अपनी बेटियों और दामादों की विदाई की व्यवस्था की और फिर महोत्सवों के समय उनका घर वापस आगमन करवाया। नगर के सभी लोग इन उत्सवों को देखकर अचंभित थे।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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