वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् भागवतम
»
स्कन्ध 10: परम पुरुषार्थ
»
अध्याय 68: साम्ब का विवाह
»
श्लोक 17
श्लोक
10.68.17
सोऽभिवन्द्याम्बिकापुत्रं भीष्मं द्रोणं च बाह्लिकम् ।
दुर्योधनं च विधिवद् राममागतमब्रवीत् ॥ १७ ॥
अनुवाद
play_arrowpause
अम्बिका-पुत्र (धृतराष्ट्र) और भीष्म, द्रोण, बाह्लिक और दुर्योधन को यथावत सम्मान देने के बाद उद्धव ने उन्हें बताया कि भगवान बलराम आ गये हैं।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.