आसीत्सुतुमुलं युद्धमद्भुतं रोमहर्षणम् ।
कृष्णशङ्करयो राजन् प्रद्युम्नगुहयोरपि ॥ ७ ॥
अनुवाद
तत्पश्चात् अत्यन्त आश्चर्यजनक, संग्राममय तथा हृदय को दहला देने वाला युद्ध प्रारम्भ हुआ जिसमें भगवान कृष्ण ने भगवान शंकर को चुनौती दी और प्रद्युम्न ने कार्तिकेय को।