वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् भागवतम
»
स्कन्ध 10: परम पुरुषार्थ
»
अध्याय 63: बाणासुर और भगवान् कृष्ण का युद्ध
»
श्लोक 31
श्लोक
10.63.31
ततो बाहुसहस्रेण नानायुधधरोऽसुर: ।
मुमोच परमक्रुद्धो बाणांश्चक्रायुधे नृप ॥ ३१ ॥
अनुवाद
play_arrowpause
हे राजन्, अपनों एक हज़ार हाथों में असंख्य हथियार लेकर खड़ो असुर ने भगवान श्रीकृष्ण पर खूब सारे बाण छोड़े।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.