जाने त्वां सर्वभूतानां प्राण ओज: सहो बलम् ।
विष्णुं पुराणपुरुषं प्रभविष्णुमधीश्वरम् ॥ २६ ॥
अनुवाद
[जाम्बवान ने कहा] : अब मुझे ज्ञात हो गया है कि आप सभी जीवों की प्राणवायु और ऐन्द्रिय, मानसिक और शारीरिक शक्ति हैं। आप आदि-पुरुष, परम पुरुष, सर्वशक्तिमान नियंता भगवान विष्णु हैं।