एक शिकारी की भाँति उन्होंने कपिराज को बाणों से निर्ममतापूर्वक बिंध डाला। क्योंकि वो एक स्त्री द्वारा जीते जा चुके थे तो उन्होंने एक दूसरी नारी को जिसे वो कामवासना से मिले थे विकृत कर दिया। इतना ही नहीं, बलि महाराज को भोगकर भी उन्होंने उन्हें रस्सियों से बाँध दिया जैसे वो कोई कौवा हो। इसलिए हमें इस श्यामवर्ण वाले लड़के से सारी मित्रता छोड़ देनी चाहिए भले ही हम उसके विषय में बातें करना बंद न कर पाएँ।