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श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
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काण्ड 7: उत्तर काण्ड
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सर्ग 88: इला और बुध का एक-दूसरे को देखना तथा बुध का उन सब स्त्रियोंको किंपुरुषी नाम देकर पर्वत पर रहने के लिये आदेश देना
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श्लोक 9
श्लोक
7.88.9
ददर्श सा इला तस्मिन् बुधं सोमसुतं तदा।
ज्वलन्तं स्वेन वपुषा पूर्णं सोममिवोदितम्॥ ९॥
अनुवाद
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उस सरोवर में सोम पुत्र बुध तपस्या कर रहे थे। उनकी देह से तेजस्वी प्रकाश निकल रहा था, जिससे वह पूर्ण चंद्रमा के समान प्रकाशमान हो रहे थे। इला ने उन्हें देखा।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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