श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 7: उत्तर काण्ड  »  सर्ग 88: इला और बुध का एक-दूसरे को देखना तथा बुध का उन सब स्त्रियोंको किंपुरुषी नाम देकर पर्वत पर रहने के लिये आदेश देना  »  श्लोक 11
 
 
श्लोक  7.88.11 
 
 
सा तं जलाशयं सर्वं क्षोभयामास विस्मिता।
सह तै: पूर्वपुरुषै: स्त्रीभूतै रघुनन्दन॥ ११॥
 
 
अनुवाद
 
  रघुनन्दन! इला ने उन स्त्रियों को देखकर आश्चर्यचकित होकर अपने साथ पूर्व पुरुषों को अपने साथ स्त्री रूप में रखकर पूरे जलाशय को क्षुब्ध कर दिया।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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