हन्तारो ब्राह्मणान् ये तु मृषापूर्वमदूषकान्।
तांश्चतुर्थेन भागेन संश्रयिष्ये सुरर्षभा:॥ १६॥
अनुवाद
सुरश्रेष्ठगणो ! जो ब्राह्मण झूठ बोलकर किसी को अपमानित या बदनाम नहीं करते हैं, ऐसे ब्राह्मणों का वध करने वालों पर मैं अपने चौथे भाग के साथ आक्रमण करूँगी।