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श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
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सर्ग 8: माल्यवान् का युद्ध और पराजय तथा सुमाली आदि सब राक्षसों का रसातल में प्रवेश
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श्लोक 26
श्लोक
7.8.26
भवान् नारायणो देवश्चतुर्बाहु: सनातन:।
राक्षसान् हन्तुमुत्पन्नो ह्यजय्य: प्रभुरव्यय:॥ २६॥
अनुवाद
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तुम चार भुजाओं वाले सनातन देव भगवान् नारायण हो। कोई भी तुम्हें परास्त नहीं कर सकता है। तुम अविनाशी प्रभु हो और राक्षसों का नाश करने के लिए इस दुनिया में अवतरित हुए हो।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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