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श्लोक 11
श्लोक
7.79.11
इति तं बहु संदिश्य मनु: पुत्रं समाधिना।
जगाम त्रिदिवं हृष्टो ब्रह्मलोकं सनातनम्॥ ११॥
अनुवाद
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इस प्रकार पुत्र को बहुत उपदेश देकर मनु ने समाधि लगाई और अत्यंत प्रसन्नता के साथ स्वर्ग अर्थात सनातन ब्रह्मलोक को चले गए।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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