वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 7: उत्तर काण्ड
»
सर्ग 69: शत्रुघ्न और लवणासुर का युद्ध तथा लवण का वध
»
श्लोक 28-29h
श्लोक
7.69.28-29h
एक एव प्रजानाति विष्णुस्तेजोमयं शरम्॥ २८॥
एषा एव तनु: पूर्वा विष्णोस्तस्य महात्मन:।
अनुवाद
play_arrowpause
एकमात्र भगवान विष्णु ही इस तेजोमय बाण को जानते हैं। यह बाण साक्षात् परमात्मा विष्णु की ही प्राचीन मूर्ति है।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.