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श्लोक 23
श्लोक
7.69.23
कच्चिल्लोकक्षयो देव सम्प्राप्तो वा युगक्षय:।
नेदृशं दृष्टपूर्वं च न श्रुतं प्रपितामह॥ २३॥
अनुवाद
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देवो! ऐसा तो नहीं कि लोक नष्ट हो रहे हैं या प्रलय का समय आ गया है? प्रपितामह! ऐसा सृष्टि का हाल तो न पहले कभी देखा गया था और न कभी सुना था।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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