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श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
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काण्ड 7: उत्तर काण्ड
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सर्ग 67: च्यवन मुनि का शत्रुघ्न को लवणासुर के शूल की शक्ति का परिचय देते हुए राजा मान्धाता के वध का प्रसंग सुनाना
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श्लोक 11
श्लोक
7.67.11
यदि वीर समग्रा ते मेदिनी निखिला वशे।
देवराज्यं कुरुष्वेह सभृत्यबलवाहन:॥ ११॥
अनुवाद
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वीर! यदि सम्पूर्ण पृथ्वी तुम्हारे अधीन हो जाए तो देवताओं के समान सेवकों, सेनाओं और सवारियों के साथ यहीं धरती पर राज करो।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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