वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 7: उत्तर काण्ड
»
सर्ग 44: श्रीराम के बुलाने से सब भाइयों का उनके पास आना
»
श्लोक 19
श्लोक
7.44.19
भवन्तो मम सर्वस्वं भवन्तो जीवितं मम।
भवद्भिश्च कृतं राज्यं पालयामि नरेश्वरा:॥ १९॥
अनुवाद
play_arrowpause
राजकुमारो! तुम मेरे जीवन का आवश्यक भाग हो, मेरे प्राण हो और तुम्हारे द्वारा बनाए गए इस साम्राज्य का पालन मेरा कर्तव्य है।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.