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श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
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काण्ड 7: उत्तर काण्ड
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सर्ग 21: रावण का यमलोक पर आक्रमण और उसके द्वारा यमराज के सैनिकों का संहार
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श्लोक 36
श्लोक
7.21.36
तरूणां च शिलानां च शस्त्राणां चातिदारुणम्।
यमसैन्येषु तद् वर्षं पपात धरणीतले॥ ३६॥
अनुवाद
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तरूण वृक्षों, बड़ी-बड़ी शिलाओं और घातक शस्त्रों की अत्यंत भयंकर वर्षा पृथ्वी तल पर खड़े यमराज के सैनिकों पर होने लगी।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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