वेदवती सत्ययुग में प्रकट हुई थीं। त्रेतायुग आने पर रावण का वध करने के लिए वे मिथिला नरेश जनक के कुल में सीता के रूप में अवतरित हुईं। सीता का नामकरण सीता (हल जोतने से भूमि पर बनी हुई रेखा) से उत्पन्न होने के कारण हुआ है। मनुष्य इस देवी को सीता कहते हैं।
इत्यार्षे श्रीमद्रामायणे वाल्मीकीये आदिकाव्ये उत्तरकाण्डे सप्तदश: सर्ग: ॥ १ ७॥
इस प्रकार श्रीवाल्मीकिनिर्मित आर्षरामायण आदिकाव्यके उत्तरकाण्डमें सत्रहवाँ सर्ग पूरा हुआ ॥ १ ७॥