इसके सुनने से स्त्री-पुत्रों की प्राप्ति होती है, धन और संतति बढ़ती है। इसके श्रवण से मन वश में रहता है और यह एक सत्य बात है। रामायण काव्य श्री गायत्री का ही स्वरूप है। जो पुत्र के बिना होता है उसे पुत्र की प्राप्ति होती है और जो निर्धन होता है उसे धन की प्राप्ति होती है। जो व्यक्ति इसे पढ़ता है वह सभी पापों से मुक्त हो जाता है।