वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 7: उत्तर काण्ड
»
सर्ग 102: श्रीराम की आज्ञा से भरत और लक्ष्मण द्वारा कुमार अङ्गद और चन्द्रकेतु की कारुपथ देश के विभिन्न राज्यों पर नियुक्ति
»
श्लोक 8
श्लोक
7.102.8
अङ्गदीया पुरी रम्याप्यङ्गदस्य निवेशिता।
रमणीया सुगुप्ता च रामेणाक्लिष्टकर्मणा॥ ८॥
अनुवाद
play_arrowpause
अँगदीया पुरी अँगद के लिए बसाई गई थी। यह नगरी अत्यंत सुंदर और सुरक्षित थी। इसका निर्माण भगवान श्री राम ने किया था, जो बिना किसी कष्ट के कर्म करने वाले थे।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.