वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 6: युद्ध काण्ड
»
सर्ग 99: श्रीराम और रावण का युद्ध
»
श्लोक 22
श्लोक
6.99.22
स राघवं समासाद्य क्रोधसंरक्तलोचन:।
व्यसृजच्छरवर्षाणि रावणो राक्षसेश्वर:॥ २२॥
अनुवाद
play_arrowpause
श्रीरघुनाथजी के पास पहुँचकर क्रोध से लाल आँखें किये राक्षसों का स्वामी रावण उन पर तीखे बाणों की वर्षा करने लगा।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.